गोंडा/लखनऊ: बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह का एक वीडियो और बयान इस समय सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। गोंडा के बालपुर में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह के दौरान उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए अपने स्कूल के दिनों की एक ईमानदार और हैरान कर देने वाली कहानी सुनाई। पूर्व सांसद ने खुलासा किया कि वे कक्षा 8 में तीन बार फेल हुए थे, और अंततः नकल करके पास हुए। लेकिन उस रात उन्हें इतनी आत्मग्लानि हुई कि पूरी रात नींद नहीं आई।
“तिवारी, पहले मेरा लिख दे…” धमकी की कहानी
अपने बचपन की एक मज़ेदार लेकिन सच्ची घटना सुनाते हुए बृजभूषण ने बताया कि “अंग्रेजी का पेपर था। मुझे कुछ नहीं आता था। मैंने बगल में बैठे तिवारी से कहा- तिवारी, पहले मेरा लिख दे, वरना बाहर हाथ-पैर तोड़ दूंगा!”। यह बात उन्होंने हंसते हुए कही, लेकिन इसके बाद जो कहा वो हर छात्र को सोचने पर मजबूर कर देगा। “उस दिन मैं पास तो हो गया… लेकिन उस रात मैं सो नहीं सका। मुझे लगा, मैंने खुद से धोखा किया है।”
प्रेरणा की बात, आत्ममंथन का संदेश
बृजभूषण ने बताया कि इस आत्मग्लानि के अनुभव ने उन्हें आत्ममंथन की राह पर डाला।“मैंने अपने आप से पूछा, क्या मैं इसी तरह जीवन बिताऊंगा?, तभी से तय कर लिया कि मेहनत करूंगा और खुद से जीतूंगा।”उन्होंने छात्रों से कहा, “कमजोरियों से भागो मत। उनसे बात करो। आत्मविश्लेषण और मेहनत ही सफलता की कुंजी है।”
बचपन की शरारतें भी की साझा
उन्होंने यह भी जोड़ा कि “जब तक मैं दस-पांच को पीट नहीं देता था, तब तक नाश्ता नहीं करता था!”यह बात सुनकर वहां मौजूद हजारों छात्र और अभिभावक हंस पड़े।
