बरेली:उन्नाव रेप केस के मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर को जमानत दिए जाने और सजा निलंबित किए जाने के फैसले को लेकर नाराजगी बढ़ती जा रही है। इस फैसले से पीड़िता और उसका परिवार डरा हुआ है। पीड़िता का कहना है कि आरोपी के बाहर आने से उसकी और उसके परिवार की जान को खतरा है। पीड़िता ने इस आदेश के खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए दिल्ली के इंडिया गेट के सामने धरना दिया था। आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने उसके साथ धक्का-मुक्की कर उसे वहां से हटा दिया। इस घटना के बाद मामला और संवेदनशील हो गया है।
सीबीआई की आपत्ति का भी जिक्र

इस पूरे मामले में सीबीआई की ओर से भी चिंता जताई गई है। एजेंसी का कहना है कि कुलदीप सिंह सेंगर इस केस का मुख्य आरोपी है और उसे जमानत पर रिहा करना न सिर्फ पीड़िता के लिए खतरा पैदा करता है, बल्कि इससे महिलाओं का न्यायपालिका पर भरोसा भी कमजोर होता है।
बरेली में सैकड़ों महिलाओं का प्रदर्शन

दोषी की रिहाई के विरोध में बरेली में सामाजिक कार्यकर्ता और सपा नेत्री समयुन खान के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने चौकी चौराहे को घेरकर अपना विरोध दर्ज कराया।
सजा बहाल और सुरक्षा की मांग

प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं ने कुलदीप सिंह सेंगर की सजा बहाल करने और पीड़िता की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। उनका कहना था कि ऐसे फैसलों से अपराधियों का हौसला बढ़ता है और पीड़िताओं में डर पैदा होता है। इस प्रदर्शन में शीला यादव, तंजीम फातिमा, कौसर बी, पारो देवी, बबिता, समीक्षा कुमारी, तान्या, वर्षा, सरोज देवी, मोना, पूजा कौर, रेशमा, रुकसाना, गीतिका मौर्य और अनुपमा सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहीं।
