संजीव मेहरोत्रा
रिटायर्ड बैंक अफसर एवं कर्मचारी नेता
आज के समय में हर बैंक ग्राहक चाहता है कि उसका पैसा सुरक्षित भी रहे, और उस पर अच्छा रिटर्न भी मिले। इसी जरूरत को देखते हुए बैंकों ने Sweep-in FD Account यानी Flexi Fixed Deposit (FFD) की सुविधा दी है। इसमें ग्राहक का Savings Account सीधे Fixed Deposit से जुड़ जाता है। जैसे ही बचत खाते में एक तय सीमा से ज्यादा राशि आती है, तो वह रकम अपने आप एफडी में ट्रांसफर हो जाती है। इस तरह ग्राहक को साधारण बचत खाते से कहीं ज्यादा ब्याज मिलना शुरू हो जाता है और पैसे की लिक्विडिटी भी बनी रहती है।
यह हैं स्वीप-इन एफडी की मुख्य विशेषताएं
स्वीप-इन एफडी में ऑटोमैटिक ट्रांसफर तय लिमिट से ऊपर की रकम अपने आप FD में बदल जाती है। बचत खाते की तुलना में ज्यादा ब्याज दर पर कमाई। जरूरत पड़ने पर पैसा तुरंत वापस सेविंग्स अकाउंट में आ जाता है।
फायदे जो इसे खास बनाते हैं
इसमें सेविंग्स अकाउंट से ज्यादा रिटर्न है। ग्राहक को खुद ट्रांसफर की झंझट नहीं। पैसा कभी भी निकाल सकते हैं, FD तोड़ने की जरूरत नहीं। ग्राहक को इसका लाभ लेने के लिए अपने बैंक में एक साधारण लिखित आवेदन देना होता है। उसके बाद सेविंग्स अकाउंट को स्वीप-इन एफडी से लिंक कर दिया जाता है और तुरंत यह सुविधा शुरू हो जाती है।
सेविंग एकाउंट से ज्यादा ब्याज
सेवा निवृत्त बैंक अधिकारी संजीव मेहरोत्रा “The justice Hindi” को बताते हैं “स्वीप-इन एफडी उन ग्राहकों के लिए बेहतरीन विकल्प है, जो अपनी रकम को लंबे समय तक ब्लॉक नहीं करना चाहते, लेकिन सेविंग्स अकाउंट से बेहतर ब्याज भी चाहते हैं।”
