बरेली: मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत जनपद बरेली की फरीदपुर पुलिस ने एक संवेदनशील मामले में मानवीयता की अद्भुत मिसाल पेश की है। 2 सितंबर को थाना फरीदपुर में 6 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म की सूचना प्राप्त हुई थी। घटना के बाद बच्ची गंभीर अवस्था में अचेत थी। पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर पीड़िता को इलाज हेतु सीएचसी फरीदपुर भेजा। बाद में बच्ची को गंभीर हालत के चलते एसआरएमएस अस्पताल रेफर किया गया, जहां उसे उच्च स्तरीय चिकित्सकीय सुविधा दी गई।
पुलिस की तत्पर कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही मिशन शक्ति नोडल अधिकारी पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) अंशिका वर्मा एवं क्षेत्राधिकारी फरीदपुर ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने पीड़िता व उसके परिवार से मुलाकात कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मिशन शक्ति केंद्र प्रभारी उ0नि0 मानसी हुड्डा और जागेश्वरी देवी ने लगातार बच्ची की काउंसलिंग करते हुए Trauma Informed Care के तहत उसे मानसिक बल प्रदान किया।
चिकित्सीय सहयोग और निरंतर निगरानी
फरीदपुर पुलिस द्वारा बच्ची को तुरंत एसआरएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने उसकी दो जटिल सर्जरी की। मिशन शक्ति टीम ने लगातार पीड़िता की स्थिति की निगरानी की और तब तक सहायता जारी रखी जब तक बच्ची पूरी तरह स्वस्थ होकर घर नहीं लौटी।
मानसिक और सामाजिक सहयोग
लगभग 50 दिनों तक उपचाराधीन रही बच्ची से मिशन शक्ति टीम नियमित रूप से मिलती रही। टीम ने मनोवैज्ञानिक परामर्श और Trauma Therapy तकनीक के माध्यम से बच्ची में आत्मविश्वास वापस लाने का कार्य किया। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण पुलिस टीम ने स्वयं आगे बढ़कर चिकित्सा व्यवस्था और आर्थिक सहायता सुनिश्चित कराई।
सरकारी सहायता और भविष्य की देखभाल
पीड़िता को रानी लक्ष्मीबाई योजना के तहत आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जा रही है। इसके अलावा, पुलिस विभाग ने बच्ची की उच्च शिक्षा और उज्जवल भविष्य के लिए अन्य विभागों से भी समन्वय स्थापित किया है।
मिशन शक्ति अभियान का सकारात्मक प्रभाव
फरीदपुर पुलिस द्वारा की गई यह संवेदनशील कार्रवाई मिशन शक्ति अभियान के सफल परिणामों का जीवंत उदाहरण है। यह न केवल पीड़िता के शारीरिक व मानसिक पुनर्वास में महत्वपूर्ण रही, बल्कि समाज में पुलिस के प्रति एक सकारात्मक सोच और विश्वास को भी मजबूत करती है।
